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शशि सहगल जी सादर प्रणाम ! सच कहा आपने - कविता एक लड़की हैजो पहली नज़र में भाती हैधीरे धीरे दिल में समाती है दिल में समाने वाली ऐसी लड़कियांऽऽ… म्म्म्मेरा मतलब नई कविताएं पढ़ने फिर कब आऊं :) आपको भी मेरे यहां आने का आमंत्रण है …रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ -राजेन्द्र स्वर्णकार
शशि सहगल जी
ReplyDeleteसादर प्रणाम !
सच कहा आपने -
कविता एक लड़की है
जो पहली नज़र में भाती है
धीरे धीरे दिल में समाती है
दिल में समाने वाली ऐसी लड़कियांऽऽ… म्म्म्मेरा मतलब नई कविताएं पढ़ने फिर कब आऊं :)
आपको भी मेरे यहां आने का आमंत्रण है …
रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार